zishan alam
RelationshipsJun 19, 2021
कच्चा मकान /Kaccha makan
ये बारिश की बूंदे मुझ से कुछ कहती है
मुझे अपने पास बुलाती है
ऐसा लगता है मुझे अपने में समाना चाहती है
मन तो मेरा भी बहुत करता है मै इसमें समां जाऊं
बस भीगता जाऊं भीगता जाऊं बहुत दूर तक तन्हा चलता जाऊं चलता जाऊं
मगर मै अचानक डर सा जाता हूं जब जब मेरी नज़र मेरे कच्चे मकान पर जाती है |
These raindrops tell me somethingcalls me to youIt seems like wants to hold memy mind does too muchi get into itjust get wetlet me walk long distancebut suddenly i get scaredwhenever my eyesgoes to my kutcha house.
write by zishana alam
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